प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Yojna): किसानों की आय में क्रांति लाने वाली योजना

PM Kisan Yojna

परिचय

नमस्कार देशवासियों, आज हम एक ऐसी योजना के बारे में बात करने जा रहे हैं जो देश के किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Yojna) योजना, जिसे 24 फरवरी 2019 को लॉन्च किया गया था, का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाना और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) स्कीम है, जिसके तहत पात्र किसानों को सालाना ₹6,000 की वित्तीय सहायता तीन किस्तों में दी जाती है। 2 अगस्त 2025 को, इस योजना की 20वीं किस्त जारी की जाएगी, जिससे लगभग 9.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा।

योजना का विवरण

PM Kisan Yojna का मुख्य उद्देश्य उन किसानों को सहायता प्रदान करना है जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि है। इस योजना के तहत, प्रत्येक चार महीने में ₹2,000 की तीन किस्तें सीधे किसानों के आधार से जुड़े बैंक खातों में हस्तांतरित की जाती हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शी और मध्यस्थ-मुक्त है, जिससे भ्रष्टाचार की संभावना कम हो जाती है। योजना का वित्तपोषण पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा किया जाता है, जिससे राज्य सरकारों पर कोई वित्तीय बोझ नहीं पड़ता।

विशेषताविवरण
योजना का नामप्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN)
लॉन्च तिथि24 फरवरी 2019
प्रकारकेंद्रीय क्षेत्रीय योजना
वित्तीय सहायता₹6,000 प्रति वर्ष (तीन किस्तों में ₹2,000 प्रत्येक)
पात्रता2 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि वाले छोटे और सीमांत किसान
लाभार्थीलगभग 9.7 करोड़ किसान (20वीं किस्त तक)
कुल वितरण₹3.90 लाख करोड़ से अधिक (योजना शुरू होने से अब तक)

हालिया अपडेट: 20वीं किस्त

हाल ही में, सरकार ने घोषणा की है कि 2 अगस्त 2025 को PM-KISAN की 20वीं किस्त जारी की जाएगी। इस किस्त में लगभग 9.7 करोड़ किसानों को ₹2,000 प्रत्येक की राशि मिलेगी, जिसका कुल योग ₹20,500 करोड़ है। यह राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी से जारी की जाएगी। यह योजना अब तक ₹3.90 लाख करोड़ से अधिक की राशि वितरित कर चुकी है, जो इसे विश्व की सबसे बड़ी DBT योजनाओं में से एक बनाती है।

किसानों पर प्रभाव

PM Kisan Yojna का असर किसानों पर बहुत सकारात्मक रहा है। अब तक, लगभग 9.7 करोड़ किसान इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने में भी मदद करती है। इससे किसानों की उत्पादकता बढ़ी है और उनकी साहूकारों पर निर्भरता कम हुई है। उदाहरण के लिए, यह राशि किसानों को बीज, खाद, और उपकरण खरीदने में मदद करती है, जिससे उनकी फसल की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, “आज, 18,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे किसानों के खातों में जमा की गई है; कोई मध्यस्थ नहीं, कोई कमीशन नहीं। मुझे खुशी है कि देश भर के किसान PM Kisan Yojna का लाभ उठा रहे हैं।” यह बयान योजना की पारदर्शिता और प्रभावशीलता को दर्शाता है।

पात्रता और पंजीकरण

PM Kisan Yojna का लाभ उठाने के लिए, किसानों के पास 2 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि होनी चाहिए। पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, नागरिकता का प्रमाण, भूमि स्वामित्व दस्तावेज, और बैंक खाता विवरण शामिल हैं। इच्छुक किसान अपने स्थानीय कृषि विभाग या सामान्य सेवा केंद्रों (CSC) से संपर्क कर सकते हैं। सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि सभी पात्र किसानों को इस योजना का लाभ मिले, जिसमें eKYC और आधार से जुड़े बैंक खातों को अनिवार्य करना शामिल है।

चुनौतियां और आलोचनाएं

हालांकि PM Kisan Yojna ने लाखों किसानों को लाभ पहुंचाया है, लेकिन कुछ आलोचनाएं भी सामने आई हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना भूमिहीन किसानों को शामिल नहीं करती, जो देश में 2.4 करोड़ से 5.37 करोड़ परिवारों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा, सरकार का 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य पूरी तरह हासिल नहीं हुआ है। फिर भी, यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करती है और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में योगदान देती है।

भविष्य की संभावनाएं

PM Kisan Yojna ने किसानों के लिए एक नई किरण की तरह काम किया है। सरकार ने इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने और अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है। भविष्य में, इस योजना में और सुधार किए जा सकते हैं, जैसे कि भूमिहीन किसानों को शामिल करना या वित्तीय सहायता की राशि बढ़ाना।

निष्कर्ष

PM Kisan Yojna ने किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने और अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसकी पारदर्शिता और प्रभावशीलता ने इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा दिलाई है। 2 अगस्त 2025 को होने वाली 20वीं किस्त इस योजना की निरंतरता और सरकार की किसान कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कहा जा सकता है कि PM Kisan Yojna ने वास्तव में किसानों की आय में क्रांति लाई है।

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