PCOS AND PCOD : महिलाओं की सेहत का छिपा दुश्मन – लक्षण, कारण और इलाज की पूरी जानकारी

PCOS AND PCOD : Mahilaon ki Sehat ka Chhupa Dushman – Lakshan, Kaaran aur Ilaaj ki Puri Jankari

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाओं की सेहत से जुड़ी कई समस्याएं चुपके से घर कर जाती हैं, जिनमें PCOS AND PCOD प्रमुख हैं। ये दोनों ही हार्मोनल विकार महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं और अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो ये गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, PCOS AND PCOD जैसी समस्याएं दुनिया भर में 6-13% प्रजनन आयु वाली महिलाओं को प्रभावित करती हैं, और इनमें से 70% तक महिलाएं अनजान रहती हैं। यह लेख PCOS AND PCOD पर विस्तृत जानकारी देगा, जिसमें लक्षण, कारण, निदान और उपचार शामिल हैं, ताकि महिलाएं अपनी सेहत को बेहतर तरीके से समझ सकें और समय पर कदम उठा सकें।

PCOS AND PCOD क्या हैं?

PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) और PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) दोनों ही महिलाओं के अंडाशय से जुड़ी समस्याएं हैं, लेकिन कुछ विशेषज्ञ इन्हें अलग-अलग मानते हैं। मेयो क्लिनिक के अनुसार, PCOS एक हार्मोनल असंतुलन है जिसमें अंडाशय अधिक मात्रा में एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) पैदा करते हैं, जिससे अंडे सिस्ट में बदल जाते हैं। वहीं, PCOD को अक्सर हल्का माना जाता है, जहां अंडाशय अपरिपक्व अंडे पैदा करते हैं जो सिस्ट बन जाते हैं, लेकिन यह मुख्य रूप से जीवनशैली से जुड़ा होता है। हालांकि, कई चिकित्सा स्रोतों में PCOS AND PCOD को एक जैसा ही माना जाता है, और दोनों में हार्मोनल असंतुलन मुख्य भूमिका निभाता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) के अध्ययनों से पता चलता है कि ये समस्याएं प्यूबर्टी से शुरू हो सकती हैं और अनियमित मासिक धर्म से जुड़ी होती हैं।

भारत में, PCOS AND PCOD की समस्या तेजी से बढ़ रही है। एक अध्ययन के मुताबिक, दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में 9-22% महिलाएं इससे प्रभावित हैं। ये समस्याएं न केवल प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती हैं, बल्कि मधुमेह, हृदय रोग और मोटापे का जोखिम भी बढ़ाती हैं।

लक्षण: कैसे पहचानें PCOS AND PCOD?

PCOS AND PCOD के लक्षण अक्सर एक जैसे होते हैं, लेकिन उनकी तीव्रता अलग-अलग हो सकती है। मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • अनियमित मासिक धर्म: पीरियड्स देर से आना, छूट जाना या बहुत भारी बहाव।
  • अतिरिक्त बालों का बढ़ना (हिर्सुटिज्म): चेहरे, छाती या पीठ पर पुरुषों जैसे बाल।
  • मुंहासे और तैलीय त्वचा: हार्मोनल असंतुलन के कारण।
  • वजन बढ़ना: खासकर पेट के आसपास, जो इंसुलिन प्रतिरोध से जुड़ा होता है।
  • बालों का झड़ना: सिर के बाल पतले होना।
  • बांझपन: ओव्यूलेशन न होने के कारण गर्भधारण में समस्या।

क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, PCOS AND PCOD वाली महिलाओं में अंडाशय पर छोटे-छोटे सिस्ट दिखाई देते हैं, लेकिन ये दर्दनाक नहीं होते। अगर ये लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से परामर्श जरूरी है, क्योंकि अनदेखी करने से स्थिति बिगड़ सकती है।

कारण: क्या हैं ट्रिगर?

PCOS AND PCOD के सटीक कारण अज्ञात हैं, लेकिन आनुवंशिकी, इंसुलिन प्रतिरोध और मोटापा मुख्य कारक हैं। WHO के फैक्ट शीट में कहा गया है कि ये समस्याएं हाई एंड्रोजन लेवल से जुड़ी हैं, जो ओव्यूलेशन को रोकते हैं। अन्य कारणों में शामिल हैं:

PCOS AND PCOD : महिलाओं की सेहत का छिपा दुश्मन – लक्षण, कारण और इलाज की पूरी जानकारी
PCOS AND PCOD : महिलाओं की सेहत का छिपा दुश्मन – लक्षण, कारण और इलाज की पूरी जानकारी
  • आनुवंशिक: अगर मां या बहन को है, तो जोखिम बढ़ता है।
  • जीवनशैली: अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव और व्यायाम की कमी।
  • सूजन: कम ग्रेड की सूजन जो हार्मोन असंतुलन पैदा करती है।

मेयो क्लिनिक बताती है कि मोटापा इंसुलिन लेवल बढ़ाता है, जो PCOS AND PCOD को बदतर बनाता है।

निदान और उपचार

निदान के लिए डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री, फिजिकल एग्जाम, ब्लड टेस्ट (हार्मोन और ग्लूकोज लेवल) और अल्ट्रासाउंड करते हैं। NIH के अनुसार, कम से कम दो लक्षण होने पर PCOS का निदान होता है।

उपचार व्यक्तिगत होता है:

PCOS AND PCOD : महिलाओं की सेहत का छिपा दुश्मन – लक्षण, कारण और इलाज की पूरी जानकारी
PCOS AND PCOD : महिलाओं की सेहत का छिपा दुश्मन – लक्षण, कारण और इलाज की पूरी जानकारी
  • जीवनशैली बदलाव: वजन कम करना (5-10% वजन घटाने से सुधार), संतुलित आहार और व्यायाम।
  • दवाएं: मेटफॉर्मिन इंसुलिन प्रतिरोध के लिए, बर्थ कंट्रोल पिल्स हार्मोन बैलेंस के लिए।
  • फर्टिलिटी ट्रीटमेंट: क्लोमीफेन या IVF अगर गर्भधारण की जरूरत हो।
  • सर्जरी: दुर्लभ मामलों में ओवेरियन ड्रिलिंग।

जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन के अनुसार, PCOS AND PCOD का कोई स्थायी इलाज नहीं, लेकिन प्रबंधन से लक्षण नियंत्रित रहते हैं।

रोकथाम और जीवनशैली टिप्स

स्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाकर PCOS AND PCOD को रोका जा सकता है। नियमित व्यायाम, फल-सब्जियों से भरपूर आहार और तनाव प्रबंधन महत्वपूर्ण हैं। महिलाओं को नियमित चेकअप कराना चाहिए।

अधिक जानकारी के लिए, महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी अन्य लेख , WHO की फैक्ट शीट देखें। स्वास्थ्य से जुड़ी ताज़ा खबरें पाने के लिए हमारे Tathya Times के साथ जुड़ें।

FAQ

प्रश्न 1: PCOS AND PCOD में क्या फर्क है?
उत्तर: PCOD हल्का होता है और जीवनशैली से प्रबंधित, जबकि PCOS अधिक गंभीर मेटाबॉलिक विकार है।

प्रश्न 2: क्या PCOS AND PCOD से गर्भधारण संभव है?
उत्तर: हां, लेकिन फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है। लगभग 80% मामलों में सफलता मिलती है।

प्रश्न 3: PCOS AND PCOD के लिए सबसे अच्छा आहार क्या है?
उत्तर: कम शुगर, हाई फाइबर आहार जैसे फल, सब्जियां और होल ग्रेन।

प्रश्न 4: क्या ये समस्याएं कैंसर का कारण बन सकती हैं?
उत्तर: PCOS एंडोमेट्रियल कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है, लेकिन नियमित चेकअप से रोका जा सकता है।

प्रश्न 5: PCOS AND PCOD का इलाज कितना समय लेता है?
उत्तर: यह लाइफलॉन्ग मैनेजमेंट है, लेकिन लक्षण 3-6 महीनों में सुधर सकते हैं।